कृषि यंत्रों का उपयोग कर समय, श्रम व लागत को बचाएं
सरायरंजन : आज मजदूरों की कमी के कारण खेती का कार्य किसानों के लिए मुश्किलें खड़ा कर रहा है। ऐसी स्थिति में कृषि यंत्रों का उपयोग कर समय, श्रम व लागत को बचाएं। यह बात डॉ. राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा के बढ़िया वैज्ञानिक डॉ. आर के तिवारी ने बुधवार को प्रखंड के रामचंद्रपुर में आयोजित कृषक संगोष्ठी सह छोटे औजारों का प्रत्यक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती में लाभ कम और लागत बढ़ी है। इसे दूर करने में कृषि यंत्र एवं उपकरण का इस्तेमाल किसानों के लिए बेहद लाभकारी सिद्ध होगा। उन्होंने उपस्थित किसानों से कहा कि कृषि यंत्रों का उपयोग कर अपनी आय को दोगुना करें।
ई. विनीता कश्यप ने किसानों को कृषि यंत्रों की उपयोगिता, क्षमता,लागत तथा संचालन तकनीक से अवगत कराया। वहीं कृषि वैज्ञानिक भारती उपाध्याय ने मोटे अनाजों की खेती एवं मृदा परीक्षण पर प्रकाश डाला। कृषि वैज्ञानिक सुमित कुमार सिंह ने फसलों में लगने वाले कीटों एवं बीमारियों से बचाव पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान फसल की बुवाई से लेकर कटाई तक के छोटे एवं मझौले कृषि यंत्रों की प्रदर्शनी लगाई गई। संगोष्ठी में आगत अतिथियों का स्वागत वरिष्ठ भाजपा नेता जय कृष्ण झा ने ने किया। मौके पर प्रखंड प्रमुख वीणा कुमारी,उप प्रमुख संजीव कुमार ठाकुर, डॉ. एस एन झा,शशिधर झा, प्रो. अमरेंद्र कुमार, नंद कुमार झा, विनोद बिहारी वाजपेयी,बबलू झा,बलवंत सिंह राठौर, बब्बन गिरि,अमरेश झा,राम उदित सिंह, राहुल कुमार राय, शानू ठाकुर, कुंदन कुमार सिंह,कारी सदा सहित दर्जनों किसान मौजूद रहे।