शिलान्यास की सूचना के साथ उठने लगे विरोध के स्वर
भू स्वामियों ने सरकारी दर से मुआवजा मिलने तक कार्य पर रोक लगाने की किया मांग
मामला शेरपुर दिघवारा सिक्स लेन पुल में अधिग्रहित भूमि का
सारण से अनुज प्रतीक
सारण जिले के दिघवारा से पटना जिले के शेरपुर पर तक बनने वाले नए सिक्स लेन पुल के शिलान्यास के सुबुगाहट के बीच भू स्वामियों गोलबंद होने लगे है।खास कर वैसे भू स्वामी जिनकी जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है। कृषि दिखाकर जबकि वास्तविक रूप से उनकी जमीन दिघवारा नगर पंचायत क्षेत्र अंतर्गत है और उनकी जमीनों की रजिस्ट्री वर्षो से आवासीय मुख्य श्रेणी के रूप होता रहा है।
भू स्वामियों ने पूर्व में प्रकाशित गजट पर भी आपत्ति दर्ज कराई थी।वही उसके बाद भी अभी तक अधिग्रहित जमीन के किस्म को सही रूप से सुधार नहीं किया गया।इसी बीच में पुल निर्माण के लिए शिलान्यास कार्यक्रम की सूचना आ रहा है।
भू स्वामियों द्वारा अब भारी विरोध की रणनीति अपनाने की तैयारी की जा रही है।वही इस मुद्दे पर जिला स्तर के अधिकारियों को सूचना देने अपने भूमि की किस्म को सुधरवाने के लिए गुरुवार को भू जिला पदाधिकारी के यहां मांग पत्र सौंपा गया है।
दिए गए मांग पत्र में उन्होंने अधिग्रहित भूमि के किस्म में सुधार और उचित मुआवजा मिलने तक काम पर रोक लगाने की मांग किया गया है।
उन्होंने अपने दिए मांग पत्र मे जिलाधिकारी के द्वारा वर्ष 2020 के मार्च में महीने में किए गए मूल्यांकन स्मृति समिति के रिपोर्ट की कापी और कुछ भू स्वामियों को दिए गए गलत रेट के नोटिस को कापी को संलग्न किया गया है।
भू स्वामियों ने बताया कि लगभग 40 वर्ष से दिघवारा नगर क्षेत्र है।और यहां की जमीन लगभग 12 वर्षो से आवासीय श्रेणी की घोषित है।और आवासीय दर में ही सभी निबंधन होता है।इसके बावजूद मनमाने तरीके से गजट में कृषि दर्शाते हुए हमारी जमीन का जबरदस्ती अधिग्रहण किया जा रहा है।जो पूर्णत गलत है। जब तक हमारी जमीनों का नोटिस किस्म आवासीय मुख्य सड़क नही किया जाता तब हमारा विरोध जारी रहेगा ।
बिना किस्म में सुधार किए अगर हमारी जमीनों को अधिग्रहित करने का प्रयास होगा या कोई भी कार्य किया जाएगा। हम सभी हर संभव संघर्ष करेंगे।
भू स्वामियों के द्वारा किए जा रहे प्रतिरोध के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर सरकार कब तक भू स्वामियों के प्रति उचित निर्णय देते हुए उन्हें उचित मुआवजा दे पाती है।और इस गतिरोध के बीच कैसे शिलान्यास हो पाएगा।