पशुपालकों एवं मत्स्यपालकों के लिए बड़ी खबर
डॉ. आर. के. मिश्र की रिपोर्ट
समस्तीपुर: बिहार की अर्थव्यवस्था में कृषि और पशुपालन की भूमिका हमेशा से सर्वोपरि रहा है।यहाँ की अधिकांश आबादी की आजीविका का प्रधान स्रोत कृषि या कृषि आधारित उद्योग के साथ – साथ पशुपालन है।ऐसे में सरकार के द्वारा किसानों के हित में निरंतर विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही है।सरकार किसानों की आमदनी बढ़ाने और उन्हें महाजनों के चंगुल से मुक्त करने के लिए सक्रिय है।यही कारण है कि सरकार, पशुपालकों एवं मत्स्यपालकों के लिये उनकी छोटी-छोटी आवश्यकता की पूर्ति के लिए ऋण उपलब्ध करा रही है।
इसी कड़ी में इन दिनों सरकार जिला स्तरीय शिविर लगाकर पशुपालकों एवं मत्स्यपालकों को आसान दर पर ऋण उपलब्ध करा रही है।पहले जहां किसानों को बैंकों का चक्कर लगाना पड़ता था वहीं अब उन्हें जिला पशुपालन अधिकारी के यहाँ आवेदन देना है और सिर्फ पन्द्रह दिनों के अन्दर सम्बंधित बैंकों को इसका निष्पादन कर देना है।यदि किसी का फॉर्म अस्वीकृत होता है तो इसका उचित कारण बैंकों को बताना होगा।कुल मिलाकर यह योजना आने वाले समय में कितना लाभकारी होगा यह आने वाला वक़्त ही बताएगा।
आगामी 15 फरवरी तक हर शुक्रवार को जिला स्तरीय शिविर का आयोजन होगा जिसमें विभिन्न बैंकों के डीसीओ की उपस्थिति में आवेदनों का निष्पादन होगा।