परशुराम सेवा संघ ने विधानसभा अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन

जीतन राम मांझी जिस तरह से ब्राम्हणों को टारगेट कर कुंद होती अपनी राजनीतिक धार को तेज करने में लगे हैं उससे आने वाले दिनों में सियासत गर्म बनी रहेगी।क्योंकि ब्राम्हण संगठन भी इस बार मांझी के हर वार के खिलाफ जवाब देने को तैयार है।इसी कड़ी में शनिवार को परशुराम सेवा संघ का एक प्रतिनिधि मंडल विधानसभा अध्यक्ष से उनके द्वारा दिये गए बयान के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा।परशुराम सेवा संघ के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल कुमार झा के नेतृत्व में दिये गए ज्ञापन में माझी को संविधान की आत्मा पर चोट पहुंचाने और सनातन धर्म पर हमला करने के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष का ध्यान आकृष्ट किया गया।संघ ने साफ शब्दों में कहा कि जिस संविधान में भगवान राम की तसवीर उकेरी गई है उस भगवान राम के अस्तित्व को नकार कर मांझी ने जनप्रतिनिधियों के सार्वजनिक आचरण को भी कलंकित किया है।ऎसे में उनपर कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इस बाबत आचार समिति से इसकी जाँच का आश्वासन दिया।इस अवसर पर अध्यक्ष जितेंद्र मिश्रा, नागेंद्र गिरी ,राजेश कुमार मिश्रा, रघुवर पाठक भी शामिल थे।