मुख्यमंत्री ने समस्तीपुर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया हवाई सर्वेक्षण
समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीननगर प्रखंड में बाढ़ राहत शिविर का भी लिया जायजा
इस अवसर पर सरायरंजन के विधायक सह बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी भी रहे साथ
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से जातीय जनगणना पर अपनी बात को किया साझा
पटना, 20 अगस्त 2021 :- मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया एवं समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीननगर प्रखंड स्थित जे0टी0ए0 कॉलेज और टाउन हॉल, बलुआही में बने बाढ़ राहत शिविर का निरीक्षण करने के बाद आई0आई0टी कॉलेज में बनाये गये पशु राहत शिविर का जायजा लिया।
जे0टी0ए0 कॉलेज एवं टाउन हॉल, बलुआही में बने बाढ़ राहत शिविर के निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कोविड-19 वैक्सीनेशन केंद्र, बाढ़ प्रभावित गर्भवती महिलाओं का आश्रय स्थल, रसोई घर, भोजन मेनू, सफाई समिति, भोजनालय समिति, कोविड-19 जाँच सेंटर, बाल विकास परियोजना मोहिउद्दीननगर द्वारा प्रभावित परिवारों के बच्चों को पढ़ने हेतु विशेष पाठशाला की सुविधा, समुदायिक रसोई सहित बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत शिविर में दी जा रही सुविधाओं का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों से सामुदायिक रसोई में मिलने वाले भोजन एवं उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के संबंध में पूरी जानकारी ली। बाढ़ राहत शिविर में आवासित लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याओं से भी अवगत हुए। मुख्यमंत्री ने गर्भवती महिलाओं के आश्रय स्थल में श्रीमती रीता देवी को बाढ़ राहत शिविर में पुत्र पैदा होने पर राज्य सरकार की तरफ से उन्हें आर्थिक मदद स्वरूप 10 हजार रुपये का चेक प्रदान किया।
निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ राहत शिविर में आवासित हर व्यक्ति की कोरोना जांच और वैक्सीनेशन का प्रबंधन ठीक ढंग से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत शिविर में रह रहे लोगों को असुविधा न हो। इसका
विशेष रूप से ध्यान रखने की जरूरत है। वही पशु राहत शिविर का निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पशुओं के चारे एवं उनके स्वास्थ्य का भी विशेष रूप से ख्याल रखने की जरूरत है। इसके साथ ही यहाँ रह रहे पशुपालकों के भोजन, आवासन, स्वास्थ्य, निरंतर साफ-सफाई का भी पुख्ता प्रबंध होना चाहिए।
निरीक्षण के पश्चात पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत लाभदायक है मेरा मानना है कि एक बार जरूर होनी चाहिए। 23 अगस्त को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मुलाकात करेगा। हर पार्टी से एक-एक लोग रहेंगे। कुल 11 लोगों का प्रतिनिधिमंडल पीएम से मिलकर इस संबंध में अपनी बातें रखेंगे। इस दौरान पीएम मोदी से यह मांग की जाएगी कि पूरे देश में जातीय जनगणना करायी जाए। इस पर फैसला केंद्र सरकार को लेना है। पत्रकारों ने जब मुख्यमंत्री से यह पूछा कि क्या सरकार अपने स्तर से जनगणना कराएगी। इसका जवाब देते हुए सीएम ने कहा कि पहले हम लोग केंद्र सरकार से मिलेंगे उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
23 अगस्त को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मुलाकात करेगा। हर पार्टी से एक-एक लोग रहेंगे। कुल 11 लोगों का प्रतिनिधिमंडल पीएम से मिलकर इस संबंध में अपनी बातें रखेंगे।
इधर संसदीय कार्य मंत्री ने शनिवार को डेलिगेशन में शामिल नेताओं के नाम की सूची जारी कर दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पीएम मोदी से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी से मंत्री जनक राम, जदयू से शिक्षा मंत्री विजय चौधरी, आरजेडी से तेजस्वी यादव, कांग्रेस से अजित शर्मा, महबूब आलम, अख्तरुल इमाम, जीतन राम मांझी, मुकेश सहनी, सूर्यकांत पासवान, अजय कुमार सहित 11 नेता शामिल होंगे।
गौरतलब है कि 4 अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। पत्र मिलने के बाद 23 अगस्त को प्रधानमंत्री ने मिलने का समय दिया है।
इस अवसर पर सासंद श्री रामनाथ ठाकुर, विधयक श्री राजेश कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव श्री अनुपम कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त दरभंगा डॉ0 मनीष कुमार, श्री शशांक शुभंकर पुलिस अधीक्षक श्री मानवजीत सिंह ढिल्लो सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।