विजयादशमी 2 अक्तूबर को, रावण-दहन का होगा भव्य आयोजन

पटना। दशहरा पर्व शारदीय नवरात्र के समापन पर मनाया जाता है। इसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह त्योहार आश्विन शुक्ल पक्ष के दसवें दिन पड़ता है जो 2 अक्तूबर को है। इस पर्व का नाम दशहरा इस कारण पड़ा; क्योंकि इस दिन भगवान राम ने दस सिरों वाले रावण का वध किया था। यह पर्व हमें सत्य, धर्म और सदाचार पर चलने की प्रेरणा देता है।
पटना के गाँधी मैदान में 2 अक्टूबर को होने वाले रावण दहन के लिए सभी तैयारियाँ जोरों पर हैं, जिसमें कड़ी सुरक्षा व्यवस्था, बैरिकेडिंग, और दर्शकों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था की जा रही है। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने तैयारियों का जायजा लिया है और उत्कृष्ट भीड़ प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
सुरक्षा व्यवस्था :
गाँधी मैदान को चार सेक्टरों में बांटा गया है, और हर जगह कड़े सुरक्षा इंतज़ाम किए जा रहे हैं, जिस में वॉच टावर और सीसीटीवी कैमरे शामिल हैं।
भीड़ प्रबंधन :
पिछली घटनाओं से सबक लेते हुए, इस बार लोगों की निकासी के लिए आठ गेट खोले जाएंगे और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात रहेंगे।
बुनियादी सुविधाएँ :
दर्शकों के बैठने की व्यवस्था, लाइटिंग, और पेयजल की सुविधाओं को दुरुस्त किया जा रहा है।
आतिशबाजी और पुतले :
रावण, कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले मैदान में लगा दिए गए हैं, और आतिशबाजी का भी इंतज़ाम किया गया है।
रामलीला का मंचन :
इस बार पूरे रामलीला का मंचन भी गाँधी मैदान में किया जा रहा है।
जिम्मेदार अधिकारी और समिति :
जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एस.एम. और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. शर्मा ने मैदान का निरीक्षण कर तैयारियों का जायजा लिया।
श्री काली पूजा समिति की ओर से 1985 से यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
दशहरा या विजयदशमी के दिन रावण का पुतला जलाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री, उपमुख्यमन्त्री सहित कई गणमान्य अतिथि भी मौजूद रहेंगे।