बदल रही बिहार की छवि

डॉ आर के मिश्र की कलम से
बिहार से बाहर के निवेशकों में ऋणात्मक सोच की जो अवधारणा 90 के दशक में तीव्र गति से पनपा उसे खत्म होने में वक़्त भले ही लग रहा हो किन्तु अब यह अवश्य महसूस होने लगा है कि यह स्थिति बहुत दिनों तक तक रहने वाला नहीं है.बिहार में उद्योगपतियों ने रूचि लेना आरम्भ कर दिया है. बिहार की राजधानी पटना में हाल ही में सम्पन्न हुए निवेशक सम्मेलन में देश-विदेश के कई बड़े उद्योगपति शामिल हुए. इस निवेशक सम्मेलन की खशियत रही कि इसमें एक लाख इक्यासी हजार करोड़ रुपये के निवेश से सम्बंधित प्रस्ताव विभिन्न समूहों से मिले.
उद्योग मंत्री नीतीश मिश्र ने कहा कि ये प्रस्ताव वास्तव में मूर्त रूप लेना आरम्भ कर दिया है. यानि तेजी से माहौल बदल रहा है. वे कहते हैं कि सिंगल विंडो का क्लियरेंस का जो असली मतलब होता है वह आजकल बिहार में भलीभाँति देखा जा सकता है. इसीलिए उद्योग मंत्री नीतीश मिश्र हर मंच से निवेशकों को बिहार आने और पूर्व की अवधारणा को समाप्त करने की अपील करते हैं.
बिहार की बदलती छवि इस बात से भी जाहिर होता है कि आज राज्य में जहाँ उच्च स्तरीय एयरपोर्ट का तेजी विकास हो रहा है वहीं चार-चार एक्सप्रेस वे के साथ बेहतर राष्ट्रीय उच्चपथ, राज्य उच्चपथ और बिजली एवं मेहनती श्रम यहाँ उपलब्ध है. एक उद्यमी के लिए भला इससे बेहतर और क्या माहौल हो सकता है. राज्य सरकार कानून व्यवस्था के मसले पर कोई समझौता करने को तैयार नहीं है. अपराध-और भ्र्ष्टाचार पर सरकार की जीरो टॉलरेन्स की नीति छवि को और बेहतर बना रहा है. ऐसे में अवश्य ही उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले समय में बिहार विकास की नई इबारत लिखेगा.