अखिल भारतीय स्वास्थ्य सम्मेलन का भव्य आयोजन

आरोग्य सृजन न्यास के तत्वावधान में समग्र स्वास्थ्य और कार्य-जीवन संतुलन पर विशेषज्ञों की गहन चर्चा
नई दिल्ली, 26 फरवरी 2025
आरोग्य सृजन न्यास के तत्वावधान में अखिल भारतीय स्वास्थ्य सम्मेलन का भव्य आयोजन भारत अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में किया गया। इस प्रतिष्ठित सम्मेलन में देशभर के ख्याति प्राप्त विशेषज्ञों और विचारकों ने समग्र स्वास्थ्य (होलिस्टिक हेल्थ) और कार्य-जीवन संतुलन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार साझा किए।
सम्मेलन में रामकृष्ण मिशन के सचिव स्वामी सर्वलोकानंद जी महाराज मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा,”सच्चा स्वास्थ्य शरीर, मन और आत्मा के सामंजस्य से प्राप्त होता है। भारतीय भोजन को अपनाना, स्वस्थ जीवनशैली को प्राथमिकता देना और सामाजिक कल्याण की दिशा में प्रयास करना आवश्यक है।”
अन्य विशिष्ट अतिथियों में ब्रिगेडियर संजय अग्रवाल, पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आनंद कुमार, प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक एवं कॉर्पोरेट प्रशिक्षक डॉ. उमेश शर्मा, एक्यूप्रेशर विशेषज्ञ डॉ. अखिलेश कुमार सिंह, और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल थे।
ब्रिगेडियर संजय अग्रवाल ने नोट्स लेने की आदत को सीखने की प्रभावशीलता बढ़ाने का एक सशक्त माध्यम बताया।
मनोवैज्ञानिक डॉ. उमेश शर्मा ने कहा,”स्वयं से प्रेम करना और दूसरों के प्रति सहानुभूति रखना मानसिक शांति एवं तनाव मुक्त जीवन की कुंजी है।”
इस वर्ष के सम्मेलन की थीम थी—”समग्र स्वास्थ्य के माध्यम से कार्य-जीवन संतुलन”, जिसे पूरे सत्र के दौरान प्रमुखता दी गई। समाज में अनुकरणीय योगदान देने वाले कई व्यक्तियों को इस अवसर पर सम्मानित किया गया।
पूर्व डीजीपी डॉ. आनंद कुमार ने मानसिक शांति और आत्मविकास में साहित्य की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने डॉ. बीरबल झा की पुस्तक Celebrate Your Life की सराहना करते हुए इसे एक प्रेरणादायक कृति बताया, जो जीवन को सार्थक रूप से जीने की दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करती है।
डॉ. बीरबल झा को “इंग्लिश लिटरेरी जेम अवार्ड 2025” से सम्मानित किया गया प्रसिद्ध शिक्षाविद्, साहित्यकार एवं ब्रिटिश लिंगुआ के संस्थापक-अध्यक्ष डॉ. बीरबल झा को। “इंग्लिश लिटरेरी जेम अवार्ड 2025” से सम्मानित किया गया। यह प्रतिष्ठित सम्मान उन्हें अंग्रेजी भाषा शिक्षा, साहित्य और सामाजिक विकास में उनके अपूर्व योगदान के लिए प्रदान किया गया।
डॉ. झा ने अब तक 30 से अधिक पुस्तकें लिखी हैं और 4 लाख से अधिक लोगों को अंग्रेजी संचार कौशल में प्रशिक्षित किया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने बिहार के 36,000 महादलितों (अत्यंत वंचित वर्ग) को भाषा शिक्षा देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।कार्यक्रम का सफल संचालन अजीत कुमार द्वारा किया गया, जबकि योगी सतीश ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया।
इस भव्य आयोजन को भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और NBCC (इंडिया) लिमिटेड द्वारा प्रायोजित किया गया, जिससे इसका सफल एवं प्रभावशाली संचालन सुनिश्चित हुआ।