समारोहपूर्वक मनी कवि चंद्रभूषण गिरि की जयंती
सरायरंजन (समस्तीपुर): प्रखंड के हरसिंगपुर स्थित सरस्वती निकेतन में रविवार को कवि चंद्रभूषण गिरि की 71वीं जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। समारोह की अध्यक्षता करते हुए शिक्षाविद राम पुकार राय ने कहा कि चंद्रभूषण एक संवेदनशील कवि तथा समर्थ गद्यकार थे। उनकी कृतियां बिहार की संस्कृति के साथ-साथ भारतीय संस्कृति के भी महत्वपूर्ण पक्ष का उद्घाटन करती है। सही मायने में वे प्रखर प्रतिभा संपन्न रचनाकार थे।
बतौर मुख्य अतिथि अखिलेश ठाकुर ने कहा कि कवि चंद्रभूषण ने काव्य एवं गद्य कृतियां में अद्भुत एवं रचनाधर्मिता का परिचय दिया।उनकी कृतियां हिंदी भाषा की अनमोल धरोहर हैं। विशिष्ट अतिथि पद से बोलते हुए नवीन कुमार ठाकुर ने कहा कि कवि चंद्रभूषण ने अपनी रचनाओं में सहज एवं सरल शब्दों के प्रयोग द्वारा अपनी प्रतिभा एवं व्यक्तिगत गुणों का परिचय दिया है। प्रो. विनोद वाजपेयी
ने कहा कि कवि चंद्रभूषण की काव्य प्रतिभा, शब्द चयन, विषय वस्तु का प्रस्तुतीकरण, भावों की सफल अभिव्यक्ति का दर्शन हमें उनकी कृतियों में मिलता है। इसके पूर्व अतिथियों ने कवि चंद्रभूषण के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम में क्षेत्र के दर्जन भर कवियों ने भाग लेकर कवि चंद्रभूषण की काव्य प्रतिभा को याद किया। आगत अतिथियों का स्वागत अशोक कुमार गिरि ने किया । संचालन रवींद्र कुमार ठाकुर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक के.पी.गिरि ने किया। जयंती समारोह में प्रो. सत्संध भारद्वाज, राज किशोर राय, बालेश्वर राय, राम उदगार गिरि,दिनेशचंद्र गिरि,देवेंद्र गिरि, बब्बन गिरि,सुधीर कुमार गिरि,अविनाश कुमार गिरि,सचिन कुमार गिरि,नित्यानंद गिरि,ललन कुमार गिरि,रामचंद्र गिरि,राजेश कुमार गिरि सहित सैकड़ो लोग मौजूद रहे।