दिनकर की कालजयी कृति रश्मिरथी जीवन्त हो उठा
‘इमेजीनेशन’ ग्रुप के कलाकारों ने नाट्य मंचन द्वारा वह समाँ बाँधा कि दर्शक अपलक उनका अभिनय देखते रहे
आज दिनांक 26/9 /2024 को ए. एन. कॉलेज के सत्येंद्र नारायण सिन्हा, सभागार में ‘स्नातकोत्तर हिंदी विभाग’ और ‘पाटल’ के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कालजयी कृति ‘रश्मिरथी’ का मंचन ‘इमेजीनेशन’ ग्रुप के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का उद्घाटन महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. प्रवीण कुमार जी ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत बिहार विभूति अनुग्रह बाबू के तैल्य चित्र पर मान्य अतिथियों द्वारा पुष्प अर्पित कर किया गया। प्रधानाचार्य, मुख्य अतिथि डा.विनयकुमार, हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रोकलानाथ मिश्र एवं अन्य प्राध्यापक गण के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित की गई। मुख्य अतिथि के रूप मे कवि एवं चिंतक श्री विनय कुमार उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि “कवि अपनी रचनाओं के बल पर हमेशा जीवंत रहता है। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे देश में आज भी संस्कृतियों, सभ्यताओं व विचारों का संगम है।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए महाविद्यालय के प्रधानाचार्य प्रो. प्रवीण कुमार ने कहा कि रश्मिरथी का मंचन कर दिनकर की इस कालजयी रचना को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य हिंदी विभाग ने किया है । मैं कलाकारों का स्वागत करता हूं और उनकी भूरि -भूरि प्रशंसा करता हूंँ।
कार्यक्रम का संयोजन महाविद्यालय हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. कलानाथ मिश्र ने किया। उन्होंने कहा कि इस नाट्य मंचन से दिनकर की कालजयी कृति रश्मिरथी जीवन्त हो उठा है। ‘इमेजीनेशन’ ग्रुप के कलाकारों ने नाट्य मंचन द्वारा वह समाँ बाँधा कि दर्शक अपलक उनका अभिनय देखते रहे।
कार्यक्रम के अंत में सभी कलाकारों को शाल देकर महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में डॉo संजय कुमार, डॉo विद्याभूषण,डॉo भारती कुमारी, डॉo कुमार वरुण, डॉo नवीन कुमार, डॉo अनामिका शिल्पी, गोपेश कुमार तथा अन्य विभागों के प्राध्यापकगण एवं छात्र-छात्राओं की गरिमामयी उपस्थित रही। महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के प्राध्यापक इस नाट्य प्रस्तुति में उपस्थित रहे। डॉ अनुराधा सेन, डॉ सीमा प्रसाद, प्रो. नरेंद्र कुमार, प्रोफेसर विनोद झा, डॉ. कौशर, डॉ ऋचा कुमारी, डॉ वंदना कुमारी, डॉ अभिषेक दत्त, डॉ सुभाष कुमार सिंह, प्रोफेसर अरुण कुमार , डॉ. हीना तबस्सुम सहित महाविद्यालय के विभिन्न विभागों के विद्वान शिक्षक गण उपस्थित रहे। छात्र-छात्राओं की शालीन उपस्थिति ने अभिभूत कर दिया। विभाग के पूर्ववर्ती छात्र-छात्राओं ने आयोजन में अपना सक्रिय सहयोग दिया।