जयंती पर याद किए गए पूर्व राष्ट्रपति डॉ. वी.वी. गिरि

सरायरंजन( समस्तीपुर) : प्रखंड के गोस्वामी मठ हरसिंगपुर में शनिवार को देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ .वी.वी. गिरि की 130वीं जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिक्षाविद् राम किशोर गिरि ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डॉ.वी.वी. गिरि युग पुरुष थे। हमारे प्रेरणास्रोत थे। उनके संपूर्ण जीवन चरित्र से नई पीढ़ी को प्रेरणा लेने की जरूरत है। विशिष्ट अतिथि पद से बोलते हुए डॉ. अरुण कुमार गिरि ने कहा कि डॉ.वी.वी. गिरि एक अतुलनीय श्रमिक नेता, निर्भीक स्वतंत्रता सेनानी,उच्च कोटि के विधिवेत्ता, प्रखर वक्ता एवं त्यागी पुरुष थे। एक समय उन्होंने केंद्रीय मंत्री पद को भी त्याग दिया था,लेकिन नैतिक मूल्यों एवं सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। समारोह की अध्यक्षता करते हुए चंदेश्वर गिरि ने कहा कि डॉ. वी.वी. गिरि ने श्रमिकों के उत्थान एवं देश के स्वतंत्रता संग्राम में उत्कृष्ट योगदान दिया। इसके लिए उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से भी नवाजा गया था।
समारोह का सफल संचालन बब्बन गिरि ने किया। धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम संयोजक सह अवकाश प्राप्त रेलकर्मी राम कृपाल गिरि ने किया। मौके पर बनवारी गिरि, रमाशंकर गिरि,सत्येंद्र गिरि, डॉ .के .पी . गिरि,देवेंद्र गिरि, ललन कुमार गिरि ,सुभाष चंद्र गिरि,राजदेव गिरि,संतोष कुमार गिरि, विपत गिरि,चांद रतन गिरि ,विशाल कुमार गिरि,राजेश कुमार गिरि सहित दर्जनों गणमान्य मौजूद रहे।