कृषि क्षेत्र में विकास के लिए महिला सशक्तिकरण जरूरी
सरायरंजन : प्रखंड के गंगापुर स्थित पटेल नगर में गुरुवार को कृषिरत महिला पर आधारित अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना अंतर्गत ज्ञान अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन हुआ। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. राजेंद्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति डॉ. पी .एस.पांडे ने कहा कि कृषि क्षेत्र में विकास के लिए महिलाओं का सशक्तिकरण एवं उनकी सहभागिता जरूरी है।उन्होंने कहा कि भारत ही ऐसा देश है जहां महिलाओं की सशक्तिकरण के लिए कई परियोजनाएं चल रही हैं। महिलाओं पर अनुसंधान हो रहा है। आज के परिपेक्ष्य में कृषि क्षेत्र में ऐसी मशीन लाई गई है,जो महिलाओं के लिए उपयोगी है। इस केंद्र में जो मशीन उपलब्ध कराई गई है,इसका लाभ सभी महिलाएं उठाएं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को कैसे सशक्त किया जाए, उसकी आय कैसे बढ़े एवं उसका जीवन स्तर कैसे ऊंचा हो, इसी उद्देश्य से आज ज्ञान अनुसंधान केंद्र की स्थापना हुई है। वहीं जिला कृषि पदाधिकारी दिनकर प्रसाद सिंह ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में उन्नति के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना जरूरी है।
आज पूरे देश में 13 स्थानों पर यह परियोजना चल रहीं हैं। इसका उद्देश्य यह है कि गृहिणियों की आय कैसे बढ़े? अगर गृहिणियों की आय नहीं बढ़ेगी तो हमारा परिवार, समाज एवं हमारा देश कैसे आगे बढ़ेगा ? उन्होंने कहा कि डॉ .राजेंद्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय पूसा द्वारा कृषि क्षेत्र से जुड़ी महिलाओं के लिए तरह-तरह के यंत्रों का विकास किया गया है ताकि कम से कम समय में महिलाएं अधिक से अधिक काम कर सकें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा महिलाओं के परिश्रम को कम करने के लिए अनुकूल कृषि उपकरण उपलब्ध कराया गया है। ग्रामीण महिलाएं इन उपकरणों का अवश्य लाभ उठाएं। कार्यक्रम की अध्यक्षता सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय पूसा की अधिष्ठाता डॉ. उषा सिंह ने की। संचालन ज्ञान अनुसंधान केंद्र की प्रमुख डॉ.संगीता देव ने किया। समारोह को जिला विकास पदाधिकारी नाबार्ड अभिनव कृष्णा, डॉ .वीणा शाही,पोषण आहार के विपणन निदेशक ऋषि कुमार पटेल, ज्ञान अनुसंधान केंद्र की संचालिका रेखा पटेल आदि ने संबोधित किया। मौके पर मनोज कुमार राम, उमेश राम, राम प्रवेश दास, गीता देवी,किरण देवी,कुसुम देवी, विष्णुदेव गिरि , बब्बन गिरि समेत दर्जनों किसान मौजूद रहे।