क्यों जरूरत है बिहार को ऐसे मंत्री की

उद्योग मंत्री नीतीश मिश्र मंच से इतर पिछले रो में बैठकर सुनते रहे वक्ताओं को
पटना: पटना के होटल ताज में देश के दिग्गज टेक्सटाइल कम्पनियों का जमावड़ा लगा। मौका था बिहार बिजनेस कनेक्ट के अवसर पर टेक्सटाइल इनवेस्टर मीट का। इस अवसर पर भारत सरकार के टेक्सटाइल मिनिस्टर गिरिराज सिंह, सचिव रचना साह के साथ बिहार सरकार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्र, उद्योग विभाग बिहार के ए सी एस सन्दीप पाउंड्रीक के साथ साथ देश के टेक्सटाइल से जुड़े कई निवेशक उपस्थित थे।
किंतु इन सब के बीच होटल ताज के उस हॉल के पीछे वाले रो में एक शख्स चुपचाप बैठकर तकनीकी सेशन को सुने जा रहा था। वह शख़्स और कोई नहीं बल्कि बिहार सरकार के उद्योग मंत्री स्वयं थे। हालांकि उन्हें अपने विभाग से जुड़े कुछ कर्मियों ने अवश्य पहचान लिया। किन्तु मंत्री जी बड़ी विनम्रता से उनके द्वारा आगे चलने के आग्रह को ठुकरा कर वहीं चुपचाप बैठे समस्त गतिविधियों को देखते और सुनते रहे। मंच से इतर बैठ कर मंत्री जी पूरी गम्भीरता से वक्ताओं को सुना। अगर इसी तरह सरकार के अन्य मंत्री अपने ओहदे के गुरुर को त्याग कर कार्यों के प्रति समर्पित रहे तो न सिर्फ एक विभाग बल्कि राज्य की तसवीर भी बदल जाएगी।