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श्रीमद्भगवदगीता परम रहस्य का ग्रंथ है :- स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज

जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने भक्तजनों को आशीर्वाद में दी श्रीमद्भगदगीता


संसार के सुप्रसिद्ध संत, श्रीतुसलीपीठाधीश्वर एवं श्रीमद्भगवदगीता आपके द्वार अभियान के प्रधान संरक्षक सह मुख्य मार्गदर्शक जगद्गुरु पद्मविभूषण स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने सीतामढ़ी जिला के पुनौराधाम नारायण रिसोट में आयोजित दीक्षा कार्यक्रम के पूर्व अपने सभी भक्तजनों के बीच गीता प्रेस, गोरखपुर द्वारा प्रकाशित श्रीमद्भगवदगीता सप्रेम भेंट कर आशीर्वाद प्रदान किया।कार्यक्रम का संयोजन आचार्य हिमांशु त्रिपाठी द्वारा किया।कार्यक्रम का संचालन कर रहे श्रीमद्भगवदगीता आपके द्वार अभियान के संस्थापक तथा पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ता संजीव कुमार मिश्र ने घर-घर गीता, जन-जन गीता अभियान के संकल्प के तहत सभी गुरु भाई व गुरु बहन के साथ भक्तजनों के बीच निःशुल्क श्रीमद्भगवदगीता का सप्रेम भेंट किया।

पूज्य गुरुदेव स्वामी रामभद्राचार्य जी महाराज ने कहा की श्रीमद्भगवदगीता परम रहस्य का ग्रंथ है।गीता जी का मनुष्य को आजीवन निरंतर अभ्यास करते रहना चाहिए।इनके अभ्यास से जीवन में नये-नये भाव उत्पन्न होते रहते हैं और जीवन नवीन बना रहता है।स्वामी रामभद्राचार्य जी कहा की मेरे मार्गदर्शन और आशीर्वाद से मेरे परम् शिष्य अधिवक्ता संजीव कुमार मिश्र ने विगत 3 वर्षों में 1.25 लाख( सवा लाख) से ऊपर श्रीमद्भगवदगीता बिहार समेत भारत के लोगों को निःशुल्क सप्रेम भेंट करने का अलौकिक एवं अनोखा काम किया है।यही तो सच्ची भागवत सेवा है।उन्होंने कहा की इस पवित्र अभियान से सभी लोगों को जुड़ कर आगे बढ़ाना चाहिये।तभी भारत फिर से विश्व गुरु बन पाएगा गीता जी के सप्रेम कार्यक्रम में गुरुभाई डा. जानकीनंदन पाण्डेय, शंकर जी, अजीत कुमार राम, पद्रदुमन कुमार सिंह, मिथिलेश चौधरी सहित कई लोग थे।

संजीव कुमार मिश्र।

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