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आज 5 मार्च का पञ्चाङ्ग

🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 05 मार्च 2023*
🌤️ *दिन – रविवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2079*
🌤️ *शक संवत -1944*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – वसंत ॠतु*
🌤️ *मास – फाल्गुन*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – त्रयोदशी दोपहर 02:07 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
🌤️ *नक्षत्र – अश्लेशा रात्रि 09:30 तक तत्पश्चात मघा*
*🌤️योग – अतिगण्ड रात्रि 07:21 तक तत्पश्चात सुकर्मा*
🌤️ *राहुकाल – शाम 05:16 से शाम 06:44 तक*
*🌞 सूर्योदय- 06:57*
🌦️ *सूर्यास्त – 18:43*
👉 *दिशाशूल – पश्चिम दिशा में*
🚩 *व्रत पर्व विवरण –
🔥 *विशेष – त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
*💥 रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
💥 *रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*
💥 *रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*
💥 *स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।*
🌞~*वैदिक पंचांग* ~🌞
👉🏻 *इस दिन लाख गुना पुण्य प्राप्ति का महायोग | गौ धूलि का यह प्रयोग काम धंधे मे बरकत बढेगी* ⤵️

🌷 *काम-धंधे में बरकत के लिए* 🌷
👉🏻 *काम-धंधे में बरकत नहीं आती हो तो गाय की धूलि लेकर उसको ललाट पर लगाकर काम-धंधे पर जाएँ l धीरे-धीरे बरकत होने लगेगी और विघ्न हटने लगेंगे l*
🙏🏻 *पूज्य बापूजी*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

🌷 *मंत्र – साफल्य दिवस : होली* 🌷
🙏🏻 *होली के दिन किया हुआ जप लाख गुना फलदायी होता है | यह साफल्य – दिवस है, घुमक्कड़ों की नाई भटकने का दिन नहीं है | मौन रहना, उपवास पर रहना, फलाहार करना और अपना-अपना गुरुमंत्र जपना |*
🙏🏻 *इस दिन जिस निमित्त से भी जप करोंगे वह सिद्ध होगा | ईश्वर को पाने के लिए जप करना | नाम –जप की कमाई बढ़ा देना ताकि दुबारा माँ की कोख में उल्टा होकर न टंगना पड़े | पेशाब के रास्ते से बहकर नाली में गिरना न पड़े | होली के दिन लग जाना लाला- लालियाँ ! आरोग्य मंत की भी कुछ मालाएँ कर लेना |*
🌷 *अच्युतानन्तगोविन्द नामोच्चारणभेषजात |*
*नश्यन्ति सकला रोगा: सत्यं सत्यं वदाम्यहम ||*
🙏🏻 *‘ हे अच्युत ! हे अनंत ! हे गोविंद ! – इस नामोच्चारणरूप औषधि से तमाम रोग नष्ट हो जाते है, यह मैं सत्य कहता हूँ, सत्य कहता हूँ |’ (धन्वंतरि महाराज)*
🙏🏻 *दोनों नथुनों से श्वास लेकर करीब सवा से डेढ़ मिनट तक रोकते हुए मन–ही–मन दुहराना –*
🌷 *नासै रोग हरै सब पीरा | जपत निरंतर हनुमत बीरा
🙏🏻 *फिर ५० से ६० सेकंड श्वास बाहर रोककर मंत्र दुहराना | इस दिन जप-ध्यान का फायदा उठाना, काम-धंधे तो होते रहेंगे | अपने-अपने कमरे में गोझरणमिश्रित पानी से पोछा लगाकर थोडा गंगाजल छिडक के बैठ जाना | हो सके तो इस दिन गोझरण मिला के स्नान कर लेना | लक्ष्मी स्थायी रखने की इच्छा रखनेवाले गाय का दही शरीर पर रगड़के स्नान कर लेना | लेकिन वास्तविक तत्त्व तो सदा स्थायी है, उसमें अपने ‘मैं’ को मिला दो बस, हो गया काम !*
🙏🏻 *ब्रम्हचर्य-पालन में मदद के लिए “ॐ अर्यमायै नम:” मंत्र का जप बड़ा महत्त्वपूर्ण है |*

📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*
📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞

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