मोदी सरकार पूरी तरह जन विरोधी है-भाकपा
भाकपा महंगाई बढ़ने पर चिंता जताई
पटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल ने मुद्रास्फीति की दर बढ़ने पर चिंता जताई है। मुद्रास्फीति की दर बढ़कर 6.52 फीसदी हो गई है। भाकपा के राज्य सचिव कॉमरेड रामनरेश पाण्डेय ने बयान जारी कर कहा कि मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के कारण आम जनता परेशान हैं। महंगाई आसमान छूने लगी है। जारी आकड़ों के अनुसार आम उपभोक्ताओं की आवश्यक वस्तुओं-खाद्यान, मसालों की कीमत बढ़ गई है। जनता पहले से ही पेट्रोल, डीजल, घरेलू गैस की बढ़ी कीमतों से परेशान हैं। आटा का दाम आसमान छू रहा है। दाल की कीमत में भी काफी बढ़ोतरी हो गई है। आम लोगों को दाल रोटी मिलना भी मुश्किल हो गया है।
उन्होंने आगे कहा कि लोगों को आम बजट से काफी उम्मीदें थी, लेकिन मोदी सरकार ने उम्मीद पर पानी फेर दिया है। बजट में लोक कल्याणकारी योजनाओं की राशि में कटौती कर दी गई है। यह बजट न केवल महंगाई, बेरोजगारी और आम लोगों की लगातार घटती आय की चुनौती को साधने में विफल रहा है। आम लोगों और गरीबों के लिए बनाई गई योजनाओं की राशि में कटौती की गई है।बढ़ती महंगाई से सीधे सीधे गरीब, वंचित और बेसहारा लोगों को नुकसान होगा।
उन्होंने कहा कि अडानी प्रकरण का असर भी बाजार पर पड़ा है और मुद्रास्फीति की दर बढ़ गई है। लोगों का दस लाख करोड़ रुपये डूब गया है जिसका भी असर दिखने लगा है। बजट में घरेलू गैस की कीमत कम करने की बातें नहीं की गई है। बजट के दो दोनों बाद ही दूध की कीमत में बढ़ोतरी कर दी गई। आम बजट संसद में पेश होने के साथ ही महंगाई बढ़ने लगी है। मोदी सरकार पूरी तरह जन विरोधी है।