डॉ जगन्नाथ मिश्र की 85वीं जयन्ती पर मंत्री मंगल पांडे और सम्राट चौधरी ने ये क्या कह दिया
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चेतना समिति के तत्वावधान में जुटी भाड़ी भीड़ ने यह सिद्ध कर दिया कि डॉ जगन्नाथ मिश्र बिहार के लिए क्यों खास थे
पटना: बिहार के तीन बार मुख्यमंत्री एवं केंद्र सरकार में मंत्री रहे डॉ जगन्नाथ मिश्र की 85वीं जयंती पटना के विद्यापति भवन में चेतना समिति के तत्वावधान में समारोह पूर्वक मनाया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप शिरकत करते हुए बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने डॉ मिश्र से जुड़े कई संस्मरणों को सुनाया. उन्होंने डॉ मिश्र से अपने पारिवारिक रिश्तों का हवाला देते हुए कहा कि पाँच दशक से भी अधिक पुराना रिश्ता रहा है. यही कारण है कि 80 के दशक में ही डॉ मिश्र जी की धर्मपत्नी वीणा मिश्र के नाम पर उनके यहाँ विद्यालय की स्थापना की गई थी. उन्होंने कहा कि डॉ मिश्र जी की प्रेरणा से ही आज हम आंकड़ों का संग्रह करना सीख पाए. राजनीति में अपनापन की भावना को संजो कर रखने की कला आज की पीढ़ी को डॉ मिश्र से सीखने की जरुरत है.
विशिष्ट अतिथि पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि डॉ जगन्नाथ मिश्र सरीखे महामानव धरती पर यदा कदा ही आते हैं. व्यक्ति की प्रतिभा को परखने की अदभुत कला डॉ मिश्र में था. उन्होंने कहा कि उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि को संवारने में डॉ मिश्र का बड़ा योगदान रहा है. उन्होंने अपने मिलिट्री बैकग्राउंड से जुड़े पिता की राजनीतिक सफर को बड़े फ़लक पर स्थापित करने में डॉ मिश्र के योगदान की भी चर्चा की.
समारोह को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री और बेनीपट्टी के विधायक विनोद नारायण झा ने कहा कि डॉ साहब सबके अपने होते थे. उन्होंने कहा कि डॉ मिश्र का जनता दरबार आज के जनता दरबार से बिल्कुल अलग होता था. इस अवसर पर डॉ मिश्र से जुड़े कई संस्मरणों को भी उन्होंने साझा किया.
वहीं डॉ जगन्नाथ मिश्र के जेष्ठ पुत्र अवकाश प्राप्त भाप्रसे के अधिकारी संजीव मिश्र, विद्वान इतिहास कार डॉ रत्नेश्वर झा ने भी डॉ मिश्र के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार पूर्वक चर्चा की.
कार्यक्रम की अध्यक्षता चेतना समिति के अध्यक्ष विवेकानंद झा ने किया. मंच संचालन सचिव उमेश मिश्र एवं जयदेव मिश्र ने संयुक्त रूप से किया.
इस अवसर पर पूर्व मंत्री एवं झंझारपुर के विधायक नीतीश मिश्र, कामेश्वर झा,डॉ रामकिशोर चौधरी, जितेन्द्र मिश्र, अप्सरा मिश्र, डॉ रणधीर कुमार मिश्र,अनिल कुमार झा, विनय तिवारी, नवलकिशोर मिश्र, राजेश कुशवाहा, सुनीता भारती,ममता कुमारी, सुबोध झा,विभा चौधरी ,प्रभात झा, रंजीत कुमार झा सहित हजारों लोगों की भीड़ यह बता रही थी कि डॉ जगन्नाथ मिश्र क्यों खास थे.