पटना के विद्यापति भवन में ब्राम्हण करेंगे महामंथन
परशुराम जयंती पर ब्राम्हण समाज के राजनीतिज्ञ, सामाजिक चिन्तक, आर्थिक विश्लेषक और आध्यात्मिक गुरु करेंगे वर्तमान दौर में अपनी भूमिका पर विचार
पटना: बिहार की राजनीति में जाति की सत्यता को नकारा नहीं जा सकता है.हरेक दल जाति की राजनीति अपने हिसाब से करता है. यही वजह है कि यहां के निवासी भी जातीय गोलबंदी में विश्वास करते हैं. समय-समय पर जातीय समूह आपनी भूमिका को विभिन्न प्रकार के सम्मेलनों और कार्यक्रम के बदौलत रेखांकित करता रहता है.
अभी हाल ही में वीर कुँअर सिंह की जयंती के बहाने राजपूतों की बड़ी गोलबंदी आरा में दिखी. अब परशुराम जयंती के बहाने ब्राम्हणों का महाजुटान पटना के विद्यापति भवन में होने जा रहा है.
इस बाबत परशुराम सेवा संस्थान के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल कुमार झा ने बताया कि इस आयोजन में हमारे समाज के प्रमुख लोग वर्तमान दौर में ब्राम्हणों की दशा दिशा पर मंथन करेंगे इस कार्यक्रम के माध्यम से यह भी सन्देश देने की कोशिश होगी कि अब यह समाज किसी तरह का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा.