स्ट्रैंड रोड स्थित 6 नंबर का बंगला नहीं हुआ किसी का अपना

अजब बंगले की गजब कहानी
प्रस्तुति-डॉ आर के मिश्र
पटना : बिहार के सरकारी सियासी गलियारे में एक बंगला इन दिनों खासा चर्चा में बना हुआ है. वैसे तो बिहार में सरकारी बंगला को लेकर कई बार विवाद होता रहा है. पूर्व में बंगला नहीं खाली करने को लेकर विवाद सुर्खी बटोर चुका है. किंतु इस बार पटना के स्ट्रैंड रोड का 6 नंबर का सरकारी बंगला अलग ही सुर्खी बटोर रहा है. यह बंगला वर्तमान में मुकेश सहनी को दिया गया है या यूं कहें कि वर्तमान में यह मुकेश साहनी का पता ठिकाना है.वीआइपी सुप्रीमो मुकेश सहनी बहुत दिनों से इस बंगले में नहीं है.चर्चा है कि जब से मुकेश सहनी मंत्री बनकर इस बंगले में आए तब से उनकी शांति छीन गई है.अब नौबत यहां तक आ गया है कि उनकी राजनीतिक हैसियत ही समाप्त होने के कगार पर है.दरअसल मंत्री मुकेश सहनी के तीनों विधायक उनका साथ छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुके हैं. ऐसे में मुकेश सहनी की कुर्सी जानी तय मानी जा रही है. अब यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निर्भर करता है कि मुकेश सहनी को कितने दिनों तक कैबिनेट का हिसाब बना कर रखते हैं सहनी का विधान परिषद सदस्य का कार्यकाल भी चंद महीने के लिए बचा है.
खैर बात यहां बंगले की हो रही है तो यह जानना जरूरी है कि आखिर इस बंगला में क्या है कि इससे पूर्व महज चंद महीने में ही मंजू वर्मा को खाली हाथ निकलना पड़ा था. उन्हें कार्यकाल पूरा करने से पहले ही बंगला खाली करना पड़ा. समाज कल्याण विभाग से इस्तीफा देकर उन्हें इस बंगला से जाना पड़ा. उन पर बड़ा आरोप भी लगा.
इसी तरह आलोक मेहता मंत्री बने तो उन्हें भी यही बंगला आवंटित हुआ वह भी चंद महीने तक ही इस बंगले में रह सके. राजद- जदयू गठबंधन टूट गया उन्हें बिना कार्यकाल पूरा किए ही बंगला खाली करना पड़ा.
इससे पूर्व के एक और मंत्री अवधेश प्रसाद कुशवाहा की बात करें तो उन्हें भी यह बंगला बड़े कलंक के साथ छोड़ना पड़ा. अवधेश कुशवाहा एक स्टिंग ऑपरेशन में रिश्वत लेते बुरी तरह से फंस गए और उन्हें कुर्सी छोड़ना पड़ा.यह बंगला उनका भी नहीं रहा. ऐसे में यह लाजमी है कि अब सियासी गलियारे में यह बंगला सुर्खियां बटोरने लगा है.
किसी एक व्यक्ति की किस्मत खराब होना इत्तेफाक हो सकता है, किंतु लगातार चार मंत्रियों को इस बंगले में आकर खामियाजा भुगतना पड़ा है तो यह शुभ-अशुभ से जोड़ा जाना स्वभाविक है. ऐसे में इंतजार अगले की है!