सच में बिहार के बिजुरिया बाबा हैं मंत्री बिजेंद्र यादव

प्रमोद यादव, सुपौल
32 वर्षों के संसदीय जीवन में उन्होंने राज्यमंत्री के रूप में एक बार और कैबिनेट मंत्री के रूप में 8 बार शपथ ली। जदयू सरकार में वे अकेले मंत्री हैं, जो 2005 से लगातार मंत्री पद पर कायम हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गांव-गांव और घर-घर बिजली पहुंचाने को अपनी बड़ी उपलब्धि बताते हैं। यह बड़ी उपलब्धि है भी। बिजली ने गांवों का जीवन स्तर बदल दिया है। ऑनलाइन की पूरी व्यवस्था का आधार बिजली है। बिजली को जीवन की अनिवार्य आवश्यकता में तब्दील करने का श्रेय ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव को जाता है। नीतीश कुमार के सबसे बड़े ड्रीम प्रोजेक्ट के ‘विश्वकर्मा’ बिजेंद्र प्रसाद यादव ही हैं।
सुपौल जिले के सरायगढ़ भपटियाही प्रखंड के मुरली गॉव में बिजेंद्र प्रसाद यादव की जन्म हुई थी।पढ़ाई वीरपुर एव सुपौल से की बाद में जिला मुख्यालय के डिग्री कॉलेज के पास वर्तमान में उनका मकान है । कांग्रेस के प्रमोद सिंह को वर्ष 1985 में पराजित कर विधायक बने थे ।उन्होंने अपने कई उपलब्धियों की चर्चा की। उसमें सबसे बड़ी उपलब्धि हर घर बिजली पहुंचाना ही है। वे 1990 से लगातार विधायक हैं। अब तक सबसे लंबी अवधि तक मंत्री रहने का श्रेय भी उनको ही जाता है। लालू यादव की सरकार में वे साढ़े सात साल तक मंत्री रहे थे। इसके बाद 2005 से लगातार मंत्री हैं। पिछले करीब सत्रह वर्षों में कई बार सरकार बदली, लेकिन हर सरकार में बिजेंद्र यादव मंत्री रहे।
श्री यादव ने बताया कि 1990 में राज्यमंत्री बने थे, जबकि 1995 में कैबिनेट मंत्री बने थे। जदयू की सभी सरकारों में कैबिनेट मंत्री ही रहे। 32 वर्षों के संसदीय जीवन में उन्होंने राज्यमंत्री के रूप में एक बार और कैबिनेट मंत्री के रूप में 8 बार शपथ ली। जदयू सरकार में वे अकेले मंत्री हैं, जो 2005 से लगातार मंत्री पद पर कायम हैं। वे 2020 में विधायक के रूप में आठवीं बार निर्वाचित हुए। उनका निर्वाचन क्षेत्र भी लगातार सुपौल ही बना रहा।
उन्होंने बताया कि अब तब 14 विभागों की जिम्मेवारी संभाल चुके हैं। एक बार कई-बई विभागों के प्रभारी रहे, लेकिन बिजली विभाग एक विभाग के रूप में उनके पास जरूर रहा। जनता दल सरकार में भी ऊर्जा मंत्री थे, जबकि नीतीश कुमार सरकार में बराबर ऊर्जा मंत्री उनके जिम्मे ही रहा। जीतनराम मांझी सरकार में ही उनके पास ऊर्जा विभाग नहीं था। हालांकि उस समय वे वित्त और वाणिज्य कर मंत्री थे। वाणिज्य कर मंत्री के रूप में उनके कार्यकाल में वाणिज्यकर वसूली में 26.5 प्रतिशत इजाफा हुआ था।
आज हर घर बिजली पहुंची है तो इसका श्रेय बिजेंद्र यादव को जाता है। ऊर्जा मंत्री के रूप में लंबा कार्यकाल होने के कारण प्रशासनिक और तकनीकी तंत्र को करीब से देखने और समझने का मौका मिला। इस कारण योजनाओं के चयन, कार्यान्वयन और सतत निगरानी का मजबूत तंत्र विकसित हुआ। इससे केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन संभव हो सका और हर घर बिजली दिखने लगी। सुपौल में चौमुखी विकास बिजेंद्र बाबू की देन है जदयू के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र प्रसाद यादव बताते है सुपौल में सीबीएसई स्कूल बिजेंद्र बाबू की देन है जिले के मरौना प्रखंड जहाँ जाने में पूरे दिन समय लगता आज घण्टो में लोग पहुँच जाते है कोशी की दियारा भाग जहां कभी बिजली नही थी वैसे इलाके में बिजली चालू हुई।आज सौर ऊर्जा से संचालित बिजली कोसी इलाके में हर समय उपलब्ध हैं सभी गांव में बिजली के खंभे एवं सौर ऊर्जा से बिजली नियमित संचालित हो रही है वही मरौना में आईटीआई कॉलेज की निर्माण हो रही है सुपौल जिला मुख्यालय में विजेंद्र बाबू के कार्यकाल में इंजीनियरिंग महाविद्यालय का निर्माण हुआ महिला आईटीआई कॉलेज का निर्माण हुआ अनुमंडलीय अस्पताल सुपौल को सदर अस्पताल के रूप में विकसित किया गया उत्तरी बिहार के 1934 के भूकंप के बाद रेल की स्थिति काफी दयनीय है इस इलाके में अमान रेल परिवर्तन केंद्र सरकार से मिलकर विजेंद्र वालों के प्रयास से सफल रहा सुपौल अररिया रेल लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण व मिट्टी का कार्य काफी तीव्र गति से चालू हो रही है माननीय विजेंद्र प्रसाद यादव के अथक प्रयास से सुपौल अररिया रेल लाइन की शुरुआत हुई पूर्व में भारत सरकार के रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने सुपौल अररिया रेल लाइन का शिलान्यास किया था सुपौल जिला में केंद्रीय गृह सचिव के रूप में राज कुमार सिंह के कार्यकाल में एसएसबी कैंप मझारी का निर्माण हुआ एवं सुपौल के शहर के हर वार्ड को साफ सफाई में पूरे बिहार में बेहतरीन स्थान रहा सुपौल स्वच्छता के क्षेत्र में प्रथम स्थान प्राप्त किया इतना ही नही 14 अप्रैल 1991 को सुपौल जिला का स्थापना हुआ तब से लगातार विधायक के रुप में विजेंद्र प्रसाद यादव सुपौल विधानसभा से चुनाव जीतते रहे।वर्तमान में बिजेंद्र प्रसाद यादव की बहन जिला परिषद अध्यक्षा के रूप में पहली बार राजनीति में आई है।