सुन लीजिए सरकार परेशान हैं प्रभारी प्रधानाध्यापक

नाराज प्रभारी प्रधानाध्यापकों का कहना है कि वेतन अन्य शिक्षकों के समान ही, किन्तु जिम्मेवारी सौचालय की सफाई से लेकर बच्चों के भविष्य निर्माण तक
नीतीश सरकार के फरमान से प्रधानाध्यापक इन दिनों खासे परेशान हैं।प्रधानाध्यापकों की माने तो विद्यालय छात्रों के लिए बंद है, किन्तु 12वीं की प्रायोगिक परीक्षा जारी है।विद्यालयों में शिक्षकों का टोटा है, आधे शिक्षक ही कोरोना प्रोटोकॉल के तहत आएंगे, किन्तु अनिवार्य रूप से परीक्षा होना है।शिक्षक की उपस्थिति भले ही आधी हो किन्तु विद्यालय में एक ही प्रधानाध्यापक को रोज आना है।इतना ही नहीं नाराज प्रभारी प्रधानाध्यापकों का कहना है कि वेतन अन्य शिक्षकों के समान ही, किन्तु जिम्मेवारी सौचालय की सफाई से लेकर बच्चों के भविष्य निर्माण तक।वैसे प्रधानाध्यापक वर्तमान शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी से अवश्य उम्मीद करते हैं कि संवेदन शील मंत्री जी का इस विचित्र और विरोधाभासी परिस्थिति की ओर ध्यान जरूर जाएगा।
गौरतलब है कि कोरोना के इस विषम परिस्थिति में भी जान जोखिम में डालकर प्रधानाध्यापक शत प्रतिशत टीकाकरण को लेकर प्रयत्नशील हैं, किन्तु विद्यालयों में छात्रों के लिये अवकाश रहने के कारण इस लक्ष्य को हासिल करना एक चुनौती है।