बच्चों को अपना अधिकार और कर्तव्य जानना चाहिए: न्यायाधीश शशिभूषण प्रसाद सिंह

दीप प्रज्वलित करते न्यायाधीश एवं अन्य
सुपौल से धर्मेन्द्र कुमार धीरज का रिपोर्ट

जिले के किसनपुर प्रखंड के ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल एकेडमी बेलाटेढा सिसौनी के प्रांगण में आजादी के 75वें वर्षगांठ पर अमृत महोत्सव के अवसर पर राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वाधान में चल रहे 44 दिवसीय पेन इंडिया अवेयरनेस एंड आउटरीच कार्यक्रम के तहत गुरुवार को विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके साथ ही स्कूली बच्चों के बीच शोशल मीडिया पर बाद विबाद प्रतियोगिता का कार्यक्रम के अलावे सिंगल यूज प्लास्टिक पर चर्चा किया गया। आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में जिला न्यायधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष शशि भूषण प्रसाद सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान के अनुच्छेद 39 में यह प्रावधान किया गया है कि देश के सभी गरीब और कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके। इसके लिए मुफ्त कानूनी सलाह दीए जाने का प्रावधान किया गया है। बताया कि बच्चों को जागरूक किए बगैर यह संभव नहीं है। समाज में अनपढ़ व्यक्ति भी हो सकते हैं। ऐसे में बच्चे अपने आसपास के व्यक्ति को जागरूक कर सकते हैं। बच्चों को अपना अधिकार और कर्तव्य जानना चाहिए। बताया कि शोशल मीडिया सहित हर जगह पर एक बोडर लाइन है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव रणविजय कुमार ने कहा कि अपने बचपन की यादों को ताजा करते हुए कहा कि बच्चों में वह ताकत है कि वह आगे चलकर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकते हैं। पुराने गुरुकुल की परंपरा का चर्चा करते हुए कहा कि इस विद्यालय के बच्चे आगे चलकर एक आदर्श स्थापित करेंगे। बताया कि एक चिड़िया का भी घर बहुत सुंदर होता है। उतना सुंदर घर हम नहीं बना सकते। धर्म हीं विद्या है। जिस राष्ट्र में शिक्षक को सम्मान नहीं मिलता है। उस राष्ट्र का सम्मान नहीं हो सकता है। पहले बच्चे शिक्षक से डरते थे। अब इसके लिए कई नियम बना दिये गए है। विद्वता पहले होगी बाद में अर्थ।अमेरिका की बड़ी बड़ी कम्पनियों में हमारे भारत के लोग है। शिक्षक जीता जागता भगवान है।साधना की जरूरत है। किशोर न्याय परिषद के सदस्य भगवान जी पाठक ने बच्चों को उनके चार अधिकारों के बारे में बताया कहा कि जीने का अधिकार सुरक्षा का अधिकार विकास का अधिकार और सहभागिता की अधिकार की जानकारी दी गई। जहां बच्चों को गुड टच एवं बैड टच को सरल भाषा में समझाते हुए एक बड़ी सिख दिया। भारत स्कॉट गाइड के जिला संगठन आयुक्त संजय कुमार झा ने उपस्थित बच्चों एवं अभिभावक को सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने को लेकर शपथ दिलाया गया। कार्यक्रम का शुरुआत स्वागत गान स्वागतम- स्वागतम एवं आगंतुक अतिथि के द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। शोशल मीडिया पर किये गए वाद विवाद प्रतियोगिता में पक्ष से खादिया परवीन एवं विपक्ष से बबली जयसवाल ने शुरुआत किया। जिसमें बताया गया कि शोशल मीडिया से तेजी से सन्देश भेजने का काम करता है। इस लिए शोशल मीडिया काफी लाभदायक है। वहीं विपक्ष से बताया गया कि मीडिया पर आवाज बुलंद किया जा सकता है। कई बार शोशल मीडिया में अश्लीलता तेजी से फैलता है जो बच्चों के लिए घातक है। मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन श्याम किशोर ठाकुर ने किया। जबकि आगन्तुक अतिथि को पाग एवं बुके देकर एकेडमी के निदेशक मो एनायत ने सम्मानित किया गया। वाद विवाद प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार खादिया परवीन, द्वितीय पुरुस्कार बबली जयसवाल, तृतीय पुरुस्कार मो मुर्शिद आलम को दिया गया। मौके पर जिला कोर्ट नाजिर सर्वेश कुमार झा एवं विद्यालय के शिक्षक मौजूद थे।