जनता खामोश क्यों है?
न्यू इंडिया को मध्यम वर्ग की चिंता नहीं है। प्रचंड बहुमत से सत्ता में लौटी सरकार को यह डर तो है नही की महंगाई के नाम पर कोई सरकार को गिरा देगा। सरकार के हर फैसला मानने के लिए जनता मजबूर है।
बिहार से दिल्ली जाने वाली कई ट्रेनों को रेल मंत्रालय ने 31 मार्च तक रद्द कर दिया है। रेलवे ने अधिकारिक तौर पर बयान जारी करके कहा है कि घने कोहरे के कारण रेल मंत्रालय ने यह फैसला लिया है। अब समझ में नहीं आ रहा है कि मार्च माह में बिहार और यूपी में कहीं कोहरा गिरता भी है क्या?
इसी तरीके से यात्री ट्रेन के भाड़े में जबरदस्त वृद्धि के पीछे रेल मंत्री का कहना है कि इतना किराया इसलिए बढ़ाया गया है ताकि अत्यधिक किराया की वजह से यात्री ट्रेनों में सफर करने से बचेंगे और इसका लाभ कोरोना के नियंत्रण में मिलेगा। समझ में आया?
रसोई गैस के कीमत में वृद्धि को लेकर भी ऐसा ही कुछ तर्क केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान का भी आया है। उनका कहना है कि सर्दी में रसोई गैस की मांग बढ़ जाती है इसलिए कीमत में वृद्धि की गयी है। जैसे ही सर्दी कम होगा, दाम घटना शुरु हो जायेगा ।
वही पेट्रोल डीजल के दामों में वृद्धि क्यों हो रही है, इसके लिए राज्य सरकार से सवाल करने को कह रही हैं हमारी वित्त मंत्री ।
अब आप ही बताइए, देश का मंत्री हैं नशे मेंं हैैं या जनता? वैसे महंगाई पर हाय तौबा मचाने वाला मिडिल क्लास खामोश क्यों है? ये एक बड़ा सवाल है। नौकरी नहीं है, रोजगार के अवसर कम होते जा रहे हैं, फिर भी चुप है।